दक्षिण कोरिया ने राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी, KASA की स्थापना की
दक्षिण कोरिया ने अपनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी, कोरिया एयरोस्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (KASA) की स्थापना की है। यह महत्वपूर्ण कदम दक्षिण कोरिया को अंतरिक्ष अनुसंधान और विकास में अग्रणी बनाने की दिशा में एक प्रमुख प्रयास है। आइए विस्तार से जानते हैं KASA और इसके उद्देश्यों के बारे में।
KASA की स्थापना और उद्देश्य
KASA का मुख्यालय साचेओन, दक्षिण ग्योंगसांग प्रांत में स्थित है। इस एजेंसी का वार्षिक बजट 758.9 बिलियन वोन ($556 मिलियन) है। KASA का प्राथमिक उद्देश्य अंतरिक्ष नीति और औद्योगिक विकास का नेतृत्व करना है। यह एजेंसी सैकड़ों व्यवसायों के साथ मिलकर काम करेगी ताकि देश को शीर्ष पांच अंतरिक्ष शक्तियों में शामिल किया जा सके।
हाल के प्रमुख प्रक्षेपण और भविष्य की योजनाएं
दक्षिण कोरिया ने पिछले वर्ष नूरी रॉकेट लॉन्च किया था, जिसके द्वारा वाणिज्यिक उपग्रह को कक्षा में स्थापित किया गया था। इस लॉन्च के साथ, दक्षिण कोरिया उन सात देशों में शामिल हो गया है, जिनके पास स्वदेशी अंतरिक्ष प्रक्षेपण वाहन और उपग्रह विकास प्रौद्योगिकी है।
भविष्य की योजनाओं में, 2032 तक देश का पहला चंद्र लैंडर लॉन्च करने और 2027 तक कम से कम तीन और अंतरिक्ष प्रक्षेपण करने की योजना शामिल है।
अंतर्राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य
दक्षिण कोरिया की यह पहल अन्य देशों की अंतरिक्ष गतिविधियों के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण है। चीन और जापान जैसी अन्य देशों ने भी अपनी अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों में महत्वपूर्ण प्रगति की है। भारत ने भी हाल ही में चंद्रमा पर सफल लैंडिंग करके एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है।
KASA का भविष्य
KASA का भविष्य दक्षिण कोरिया के अंतरिक्ष विकास की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है। यह एजेंसी न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सहयोग करेगी। अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए, KASA विभिन्न शोध और विकास परियोजनाओं पर काम करेगी।
दक्षिण कोरिया की यह पहल न केवल विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उन्नति को दर्शाती है, बल्कि यह देश की आर्थिक और औद्योगिक प्रगति को भी बढ़ावा देगी। KASA की स्थापना के साथ, दक्षिण कोरिया अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक नई दिशा में अग्रसर है।
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